Sunday, October 10, 2010
गरीबी कहीं मार न डाले
देश की आबादी का आधे से ज्यादा हिस्सा आज भी गरीबी और भुखमरी से ग्रस्त हैं। आज इस विकसित और तकनीकि युग में बड़ी से बड़ी समस्याओं से निकलने की तकनीकि निकल चुकी है, लेकिन गरीबी जैसी समस्या का हल अभी तक नहीं निकल पाया है। देश की आबादी का आधा हिस्सा आज भी रात को केवल पानी पी कर सोने को मजबूर है। गौरतलब है जो लोग होटल-रेस्तौरेंट में बैठकर पिज्जा, बर्गर खा कर आधा छोड़ कर पेमेंट कर देते है, उन्हें एक नज़र इन भूखो गरीबों पर भी डालनी चाहिए कि ये लोग गरीबी और भुखमरी से किस तरह त्रस्त है। आज भी खून-पसीना बहा कर एक वक़्त कि रोटी ही ये लोग जुटाने वालो की संख्या में कमी नहीं आई है और केंद्र सर्कार महंगाई पर महंगाई करती जा रही है और कोई बताओ इन्हें कि महंगाई से कहीं इन गरीबो की जिंदगी न रक जाये...
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